दोस्तों आज हम लोग जिस माहौल में जी रहे हैं और जिस दूषित हवा में साँस ले रहे हैं, ऐसा कुछ दिनों तक और चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं है, जब धरती पर जीवन असंभव हो जायेगा। चारो ओर त्राहि-त्राहि मच जाएगी, अगर समय रहते हमने अपने आप को प्रकृति के अनुरूप नहीं बदला। आजकल पर्यावरण प्रदूषण इतना ज्यादा बढ़ गया है कि पृथ्वी पर हर व्यक्ति विभन्न प्रकार की बिमारियों से जूझ रहा है और लोग समय से पहले ही बूढ़े हो रहे हैं। पृथ्वी (Earth) को प्रदूषण से बचाने के लिए प्रत्येक वर्ष हम पृथ्वी दिवस (Earth Day) मनाते हैं।
पृथ्वी दिवस का इतिहास | History of Earth Day
पर्यावरण संरक्षण के समर्थन में प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को सम्पूर्ण विश्व में पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से किया जाता है। Earth Day की स्थापना अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन के द्वारा 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप में की गयी और अब इसे 192 से अधिक देशों में प्रति वर्ष मनाया जाता है। यह तारीख उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत और दक्षिणी गोलार्द्ध में शरद का मौसम है।
संयुक्त राष्ट्र में पृथ्वी दिवस को हर साल मार्च एक्विनोक्स (वर्ष का वह समय जब दिन और रात बराबर होते हैं) पर मनाया जाता है, यह अक्सर 20 मार्च होता है, यह एक परम्परा है जिसकी स्थापना शांति कार्यकर्ता जॉन मक्कोनेल के द्वारा की गयी।
पृथ्वी दिवस क्यों मनाते हैं | Why We Celebrate Earth Day
दोस्तों हमारी एक माँ जो हमें जन्म देती है, लेकिन यह पृथ्वी भी तो हमारी माँ की तरह ही है। माँ की गोद में तो हम बचपन में पलते हैं लेकिन धरती माँ की गोद में न केवल हम जीवनपर्यन्त ही नहीं, अपितु मरने के बाद भी मनुष्य पृथ्वी की गोद में ही हमेशा के लिए सो जाता है। पृथ्वी पर रहने के लिए घर से लेकर खाने-पीने और जीने के लिए हवा भी मिलती है। स्वर्ग और नरक दोनों ही इसी धरती पर हैं, अब ये हम सब पर निर्भर करता है कि हम इसे स्वर्ग बनाकर रखें या फिर नरक में जियें।
हम सब जानते हैं कि पृथ्वी संपूर्ण ब्रह्मांड में एक मात्र ऐसा ग्रह है जहाँ पर ही जीवन संभव है। इसलिए, हमें धरती माँ की रक्षा करनी चाहिए, ताकि हमारे भविष्य की पीढ़ियाँ सुरक्षित वातावरण में साँस ले सकें। हम पृथ्वी की रक्षा प्राकृतिक संसाधनों, प्राकृतिक वनस्पति, पानी, बिजली और पेड़-पौधों आदि की रक्षा करके कर सकते हैं। हमें पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने वाले संभव प्रयासों का कड़ाई से पालन करना होगा। प्रदूषण को खत्म करने और ग्लोबल वार्मिंग को खत्म करने के लिए, सभी को अपने आस-पास के क्षेत्रों में अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। वनीकरण, पुनःवनोत्पादन, कागजों और अन्य प्राकृतिक पदार्थों का पुनः प्रयोग, प्राकृतिक संसाधनों (खनिज, कोयला, पत्थर, तेल आदि), बिजली, पानी और वातावरण को बचाना चाहिए, तथा इन सब को बढ़ावा देना चाहिए और समर्थन करना चाहिए।
पृथ्वी को बचाने के कुछ प्रभावी तरीके | Effective Ways to Save Earth
- हमें पानी को बर्बाद नहीं करना चाहिए और केवल अपनी आवश्यकता के अनुसार प्रयोग करना चाहिए।
- लोगों को निजी कारों को साझा करना चाहिए और आमतौर पर, ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहनों का प्रयोग करना चाहिए।
- स्थानीय क्षेत्रों में कार्य करने के लिए लोगों को साइकिल का प्रयोग करना चाहिए।
- लोगों को प्राकृतिक उर्वरकों का निर्माण करना चाहिए, जो फसलों के लिए सबसे अच्छे उर्वरक होते हैं।
- हमें आम बल्बों के स्थान पर Light Emitting Diodes (LED) bulb का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि, इनकी अवधि ज्यादा होती है और बिजली का बहुत कम प्रयोग करते हैं, तथा बहुत environment-friendly होते हैं जो बिजली के प्रयोग और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करेगी।
- हमें बिना जरुरत के बिजली के हीटर और एयर कंडीशनर का अनावश्यक प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- समय-समय पर अपने निजी वाहनों की मरम्मत करानी चाहिए और प्रदूषण को कम करने के लिए बेहतर तरीके से चलाने चाहिए।
- हमें प्रदूषण और ग्रीन हाउस गैस के प्रभाव को कम करने के लिए अपने आसपास के क्षेत्रों में अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।