बवासीर के मस्से का इलाज | Treatment of Piles Warts in Hindi

Piles Warts Treatment in Hindi

आज के दौर में लोगों के पास खुद के लिए समय नहीं है। अनियमित दिनचर्या व खानपान की वजह और टेंशन भरी जिन्दगी के कारण लोगों को अनेकों प्रकार की बीमारियां धीरे-धीरे पकड़ने लगती हैं। अंत में व्यक्ति किसी न किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जाता है। मगर कुछ घरेलू उपाय को अगर हम प्राथमिक उपचार के रूप में आजमाएं तो कुछ ऐसे रोग हैं, जिन्हें हम नियंत्रित कर सकते हैं और कुछ हद तक उन्हें जड़ से खत्म भी कर सकते हैं। आज के इस लेख में हम आप सभी लोगों को बवासीर के मस्से का घरेलू उपचार बताने वाले हैं और साथ ही में असहनीय पीड़ा से मुक्त होने के लिए भी हम आपको इसी लेख में घरेलू उपचार बताने वाले हैं। अगर आप भी बवासीर के मस्से का घरेलू उपचार ढूंढ रहे हैं तो आज का ये लेख आपके लिए ही प्रस्तुत किया जा रहा है, तो आप इसे अंतिम तक अवश्य पढ़ें।

आखिर बवासीर के मस्से का रोग क्या है | What is Piles Warts disease in Hindi

गुदा बड़ी आंत के नलिका के अंतिम सिरे को कहते हैं और आपको बता दें कि अमूमन ये 4 सेंटीमीटर तक लंबा होता है, जो गुदा नलिका के निचले सिरे पर बाहर की ओर खुला होता है। इसी के जरिए शरीर में खराब मल को बाहर निष्कासित किया जाता है। इसकी जानकारी हम आपको इसलिए दे रहे हैं, क्योंकि बवासीर मस्से की बीमारी में गुदा के अंदर और गुदा के आसपास की जगह में सूजन आ जाती है और जिसकी वजह से असहनीय पीड़ा और अत्यंत दुःख देने वाला यह रोग, रोगियों को सताने लगता है। मुख्यतः बाबासीर दो प्रकार की होती है, एक आंतरिक और दूसरी बाहरी। मस्से वाला बाबासीर बाहरी बवासीर होता है और इसी वजह से इस रोग के होने पर मरीज को काफी ज्यादा दर्द होता है।

मस्से वाली बवासीर का घरेलू उपचार क्या है | Home remedies for warts piles

बवासीर के संबंध में आयुर्वेद के अनुभवी चिकित्सक कहते हैं, कि इस बीमारी को ठीक करने हेतु सबसे पहले रोगियों को अपने नियमित दिनचर्या में सुधार लाना होगा और नियमित रूप से अपने दैनिक कार्यों को करना होगा। इसके अतिरिक्त नियमित भोजन में फाइबर फूड्स इस्तेमाल करें और यह इस बीमारी को नियंत्रित करने में काफी सहायक भी होता है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं, जिनके जरिए इस रोग में काफी राहत मिलती है, जो निम्नलिखित बताए गए हैं।

  • लस्सी या दही के साथ करें प्याज का सेवन :-

    खूनी बवासीर होने पर दही या फिर लस्सी के साथ कच्चा प्याज खाने से आपको इस बीमारी में काफी हद तक राहत मिल सकती है और असहनीय पीड़ा से आपको छुटकारा मिल सकता है।

  • कच्ची मूली या फिर इसके रस का करें सेवन :-

    किसी भी प्रकार की बवासीर गंभीर स्थिति में हो और वह अपने रोगियों को कितना भी असहनीय पीड़ा देने वाली हो। ऐसी स्थिति में आप कच्ची मूली या इसके रस के सेवन से इस बीमारी से राहत पा सकते हैं। इसके सेवन के लिए आपको 25 से 50 ग्राम तक ही मूली के रस का इस्तेमाल करना चाहिए और यह आप नियमित रूप से कर सकते हैं, इसमें आपको कुछ भी स्वास्थ्य की हानि नहीं होगी।

  • आम और जामुन के चूर्ण का करें इस्तेमाल :-

    आप इस बीमारी में चाहें तो आम और जामुन की गुठली को सुखवा कर इसे अच्छे से पीसकर इसका चूर्ण बना सकते हैं और फिर इस चूर्ण का इस्तेमाल आप इस रोग से निवारण पाने के लिए कर सकते हैं। प्रतिदिन एक चम्मच चूर्ण पानी या फिर लस्सी के साथ लेने पर आपको इस रोग में राहत मिल जाएगी और यह उपचार आपको इस रोग में होने वाले असहनीय पीड़ा से भी मुक्ति दिला सकता है।

  • इसबगोल की भूसी का करें इस्तेमाल :-

    अक्सर बवासीर की समस्या में पेट साफ नहीं रहता है और इसकी वजह से पेट में मल करते समय काफी ज्यादा दर्द होता है। ऐसे में आप इसबगोल की भूसी का इस्तेमाल इस रोग के निवारण के लिए या फिर इसे नियंत्रित करने के लिए कर सकते हैं। आप इसे दूध या फिर दही में भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं और यह इस बीमारी के लिए ही नहीं अपितु पाचन संबंधित समस्या को दूर करने के लिए भी काफी लाभकारी होता है। इसबगोल की भूसी का इस्तेमाल कब्ज जैसी समस्या से निवारण पाने के लिए भी किया जाता है।

  • इलायची के चूर्ण का करें इस्तेमाल :-

    इस बीमारी से राहत पाने के लिए आप 50 से 60 ग्राम अच्छी क्वालिटी के इलायची को गर्म तवे पर अच्छे से भून कर रख लें और इसे ठंडा होने दें। जब इलाची ठंडा हो जाए, तब इसे अच्छे से पीसकर इसका चूर्ण बना लें।

  • भिगोए हुए किशमिश का करें इस्तेमाल :-

    अत्यधिक बवासीर की समस्या से जूझने पर आप अगर इसका घरेलू इलाज ढूंढ रहे हैं, तो आप ऐसे में किशमिश का सेवन कर सकते हैं और इससे ही बवासीर का इलाज कर सकते हैं। इसके लिए आपको सर्वप्रथम करीब 100 ग्राम तक किशमिश लेना है और इस किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर रख देना है। अब सुबह उठकर इसी पानी में किशमिश को मसल दे और किशमिश को इसी पानी के साथ नियमित रूप से सेवन करें। इस उपाय से भी बबासीर जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है।

  • अरंडी के तेल और कपूर का करें इस्तेमाल :-

    करीब 80 ग्राम अरंडी के तेल को गर्म करें और फिर इसमें 10 ग्राम कपूर को मिला ले। अब मस्से वाली जगह पर साफ पानी से अच्छे से धो दें और फिर अरंडी और कपूर के मिश्रण को आप अपने हाथों से मस्से वाली जगह पर मालिश करें और इस नुस्खे को करीब दिन में दो बार करें।

बवासीर के मस्से का कुछ घरेलू झटपट इलाज | Bavasir Masse ka ilaaj kaise karen

चलिए अब आगे हम आपको बवासीर के मस्से के कुछ झटपट घरेलू उपाय के बारे में जानकारी बता देते हैं, जो इस प्रकार से है।

  • सहजन के पत्ते और आक के पत्तों का लेप लगाने पर मस्सों पर जल्दी राहत पाई जा सकती है।
  • थोड़ी सी हल्दी में सेहुड के दूध को मिलाएं और करीब एक बूंद मस्से पर निरंतर रूप से लगाएं।
  • कड़वे तोरई के रस में हल्दी और नीम का तेल मिलाएं और फिर इसका एक लेप तैयार करें। अब इस लेप को अपने मस्सों पर नियमित रूप से लगाएं और इस घरेलू उपचार से मस्से की समस्या से निजात पाया जा सकता है।

स्वास्थ्य संबंधित वैधानिक चेतावनी :-

इस लेख के माध्यम से हम आप सभी लोगों को किसी भी प्रकार के घरेलू उपचार को प्राथमिक उपचार के रूप में करने की सलाह नहीं देते हैं। किसी भी प्रकार के उपचार को करने से पहले रोगी चिकित्सक से अवश्य सलाह लें और फिर उसके बाद ही किसी भी प्रकार का घरेलू उपचार आप करें। इस लेख को केवल जानकारी के उद्देश्य से हमने आप लोगों को लिखकर प्रस्तुत किया है। किसी भी उपचार पर पहल करने से अगर आपको किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है, तो इसकी आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।

निष्कर्ष :-

आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमने आप सभी लोगों को बवासीर के मस्से का घरेलू उपचार बताया है और हमें उम्मीद है, कि आज के इस स्वास्थ्य वर्धक लेख को पढ़कर आपको इस रोग से संबंधित काफी ज्यादा जानकारी प्राप्त हुई होगी और आपको इस रोग का घरेलू उपचार पता चल गया होगा। इस लेख से संबंधित अगर आपको कोई सुझाव या सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने मित्र जन और परिजन को अवश्य साझा करें।

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