पुरानी यादें कविता
बहुत गुस्ताखियाँ कर दीं, वक्त तूने हमारे साथ। बड़ा क्यूँ कर दिया इतना, जहाँ तू ही नहीं है हमारे पास।। कभी सोचा नहीं था, दर्द इतना है इन खुशियों में। नहीं तो माँगते न हम कभी इनको दुआओं में।। कभी हम बारिश के पानी में, अपनी नाव चला देते। रख के ऊँगली को हथेली पे, … Read more