ईद का त्यौहार आया है,
खुशियाँ अपने संग लाया है,
खुदा ने दुनियाँ को महकाया है,
देखो फिर से ईद का त्यौहार आया है।
ईद मुबारक।

हर मंजिल आपके पास आ जाए,
हर दुःख दर्द आपसे दूर हो जाए,
इस ईद पर आप पे खुशियों की बौछार हो जाए।
ईद मुबारक।
चुपके से चांद की रोशनी छु जाए आपको,
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको,
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से,
हम दुआ करते हैं मिल जाए आपको।
ईद मुबारक।

ये दुआ मांगते है हम ईद के दिन,
बाकी न रहे आपका कोई ग़म ईद के दिन,
आपके आँगन में उतरे हर रोज़ खुशियों भरा चांद,
और महकता रहे फूलों का चमन ईद के दिन।
ईद मुबारक।
कोई इतना चाहे तो हमें बताना,
कोई तुम्हारी फ़िक्र करे तो बताना,
ईद मुबारक तो हर कोई कह देगा,
कोई हमारे अंदाज़ में कहे तो बताना।
ईद मुबारक।

यूँ तो इबादत बहुत की तुमने,
रोज़े में खुदा से मोहब्बत की तुमने,
चलो अब वक्त आया है की इबादत का सिला पाएँ।
चाँद निकल आया है, चाँद निकल आया है,
मुबारक हो चाँद, चलो ईद का जश्न मनाएं।
ईद मुबारक।
तू मेरी दुआओं में शामिल है इस तरह,
फूलों में होती है खुशबु जिस तरह।
अल्लाह तुम्हारी जिंदगी में इतनी खुशियाँ दे,
ज़मीन पर होती है बारिश जिस तरह।
ईद मुबारक।

देखा ईद का चाँद तो मांगी ये दुआ रब से,
देदे तेरा साथ ईद का तोहफा समझ कर।
ईद मुबारक।
आगाज़ ईद है अंजाम ईद है,
सचाई पे चलो तो हर गाम ईद है,
जिसने भी रोजे रखे उन सब के वास्ते,
अल्लाह की तरफ़ से इनाम ईद है।
ईद मुबारक।

तेरे कहने पे लगायी है यह मेहँदी मैंने,
ईद पर अब न तू आया तो क़यामत होगी।
ईद मुबारक।
कोई कह दे उनसे जाकर की छत पर ना जाएँ,
बेवजह शहर में ईद की तारीख बदल जाएगी।
ईद मुबारक।

तुझे मेरी ना मुझे तेरी खबर जाएगी,
ईद अब के बार दबे पाँव गुजर जाएगी।
ईद मुबारक।
समंदर को उसका किनारा मुबारक,
चांद को सितारा मुबारक,
फूलों को उसकी खुशबू मुबारक,
दिल को उसका दिलदार मुबारक,
आपको ईद का त्योहार मुबारक।

बाकी दिनों का हिसाब रहने दो,
ये बताओं ईद पे तो मिलने आओगे ना।
ईद मुबारक।
इतने मजबूर थे ईद के रोज़ तक़दीर से हम,
रो पड़े मिलके गले आपकी तस्वीर से हम।
ईद मुबारक।

दिए जलते और जगमगाते रहें,
हम आपको इसी तरह याद आते रहें,
जब तक ज़िंदगी है ये दुआ है हमारी,
आप ईद के चांद की तरह जगमगाते रहें
ईद मुबारक।
चांद से रोशन हो रमजान तुम्हारा,
इबादत से भरा हो रोज़ा तुम्हारा,
हर रोज़ा और नमाज़ कबूल हो तुम्हारी,
यही अल्लाह से दुआ है हमारी।

नज़र का चैन दिल का सुरूर होते हैं,
कुछ ऐसे लोग जहाँ में जरूर होते हैं,
सदा चमकता रहे ये ईद का तयौहार,
करीब रह के भी हम से जो दूर होते हैं।
उधर से चाँद तुम देखो, इधर से चाँद हम देखें,
निगाहें इस तरह टकराएं कि दो दिलों की ईद हो जाए।
ईद मुबारक।

कुछ अच्छा करना चाहता हूँ,
दूसरों का भला करना चाहता हूँ,
इस ईद पर आपसे मिलकर,
ईद मुबारक कहना चाहता हूँ।
मुबारक मौका है करो खुदा की इबादत,
खुशियों से भरी ये जिंदगी रहे सलामत,
अदा करें हर फ़र्ज खुदा की रहमत में,
पाक दिल यूँ ही सजदा करें रमज़ान के महीने में।
ईद मुबारक।
Eid Mubarak Hindi Status for WhatsApp
तमन्ना आपकी सब पूरी हो जाए,
हो आपका मुकद्दर इतना रोशन की,
आमीन कहने से पहले ही आपकी हर दुआ कबूल हो जाए।
ईद मुबारक।
हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा,
मिले हर कदम पर रज़ा-ए-खुदा
फ़ना हो लब्ज़-ए-ग़म यही है दुआ
बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा।
ईद मुबारक।
हम आप की याद में उदास हैं,
बस आप से मिलने की आस हैं,
चाहे पास कितने ही क्यों न हो,
मेरे लिए तो आप ही सब से खास हैं।
ईद मुबारक।
ईद लेकर आती है ढेर सारीखुशियाँ,
ईद मिटा देती है इंसान में दुरियां,
ईद है खुदा का एक नायाम तबारोक,
इसीलिए कहते हैँ ईद मुबारक।
ऐ चांद उनको मेरा ये पैग़ाम कहना,
ख़ुशी का दिन और हंसी की शाम कहना।
जब देखें वो तुझे,
मेरी तरफ से उनको ईद मुबारक़ कहना।
ईद मुबारक।
ऐ चाँद तू उनको मेरा पैगाम कह देना,
खुशी का दिन और हँसी की शाम देना।
जब वो देखे तुझे बाहर आकर,
उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना।।
चाँद निकला तो मैं लोगों से लिपट लिपट कर रोया,
ग़म के आंसू थे जो खुशियों के बहाने निकले।
ईद मुबारक
बता कौन से मौसम में उम्मीद-ए-वफ़ा रखे,
तुझ को जो ईद के दिन भी हम याद नहीं आये।
ईद मुबारक।
सूरज की किरणें, तारों की बहार,
चाँद की चाँदनी, अपनों का प्यार,
हर घड़ी हो खुशहाल,
उसी तरह मुबारक हो आपको ईद का त्यौहार।
ईद मुबारक।
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कितनी मुश्किलों से फलक पर नज़र आता है,
ईद के चाँद का अंदाज़ तुम्हारे जैसा है।
ईद मुबारक।
ये सुबह जितनी खूबसूरत है,
उतना ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो,
जितनी भी खुशियाँ आपके पास आज हैं,
उससे भी ज्यादा वो आपके पास कल हों।
ईद मुबारक।
इन ताज़ी हवाओं में फूलों की महक हो,
पहली किरण में पंछियों की चहक हो,
जब भी खोलो आप अपनी पलकें,
उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो।
ईद मुबारक।
हमने तुम्हें देखा ही नहीं तो क्या ईद मनाएं,
जिस ने तुम्हें देखा उसे ईद मुबारक।
ना हाथ दिया, न गले मिले, ना कुछ बात हुई,
अब तुम ही बताओ ऐ साजन ये क़यामत हुई कि ईद हुई।
ईद मुबारक।
साहिब-ए-अक़ल हो आप, एक मसला तो बताओं,
मैंने रुख-ए-यार नहीं देखा क्या मेरी ईद हो गई ?
ईद मुबारक।
कोई इस चाँद से तो पूँछे, उसका मजहब क्या है ?
कल ईद पे हँस रहा था, आज तीज पे मुस्करा रहा है।
ईद मुबारक।
मेरी तमन्ना तो ना थी तेरे बगैर ईद मनाने की,
मगर, मजबूर को मजबूरियां, मजबूर कर देती है।
ईद मुबारक।
ना किसी का दीदार हुआ, ना किसी के गले मिले,
कैसी खामोश ईद थी, जो आई और चली गई।
ईद मुबारक।
ईद आई तुम न आए, क्या मज़ा है ईद का।
ईद ही तो नाम है, इक दूसरे की दीद का।
ईद मुबारक।